Mahindra XEV 9e और BE 6 के हाइब्रिड मॉडल्स में रेंज बढ़ाने के लिए 1.2 लीटर पेट्रोल इंजन का इस्तेमाल किया जाएगा, जिसके चलते INGLO प्लेटफॉर्म में व्यापक स्तर पर इंजीनियरिंग बदलाव किए जाएंगे।
अब तक हाइब्रिड तकनीक से दूरी बनाए रखने वाली महिंद्रा एंड महिंद्रा, भारत में हाइब्रिड वाहनों की बढ़ती मांग को देखते हुए अपनी दिशा बदलती दिख रही है। एक हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी इस समय दो स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड मॉडलों पर काम कर रही है, जिनमें 1.2 लीटर का पेट्रोल इंजन रेंज एक्सटेंडर के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा।
इस समय जब मारुति सुज़ुकी, हुंडई, टोयोटा, किया के अलावा रेनो और निसान जैसी दिग्गज ऑटो कंपनियां भारत में हाइब्रिड वाहनों की लॉन्चिंग की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा रही हैं, महिंद्रा के प्लान को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं। दिलचस्प बात यह है कि BE 6 और XEV 9e जैसे मॉडल्स में नई हाइब्रिड पावरट्रेन देखने को मिल सकती है, और संभावना है कि इनकी कीमतें उनके पारंपरिक ICE वर्ज़नों से भी कम रखी जाएंगी।
Also Read: 5 बिल्कुल नई Maruti Suzuki SUVs भारत में लॉन्च होने वाली जिनका आपको इंतजार करना चाहिए
Mahindra XEV 9e 360° View

चूंकि मॉड्यूलर INGLO स्केटबोर्ड प्लेटफॉर्म को विशेष रूप से ऑल-इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए विकसित किया गया था, इसलिए BE 6 और XEV 9e जैसे मॉडलों में आंतरिक दहन इंजन से जुड़े हिस्सों को शामिल करने के लिए इनके डिज़ाइन में बड़े स्तर पर बदलाव करना होगा। दिलचस्प रूप से, महिंद्रा ने पहले हाइब्रिड पावरट्रेन को लेकर अपनी बेरुख़ी साफ तौर पर जताई थी।
Also Read: 2025 Mahindra XUV 3XO REVX सीरीज़ लॉन्च हुई, कीमत ₹8.94 लाख से शुरू
जहां एक ओर इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने की प्रक्रिया उम्मीद से धीमी साबित हो रही है, वहीं मिडसाइज़ सेगमेंट में हाइब्रिड कारों की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है। इसी बदलते रुझान को देखते हुए महिंद्रा अब हाइब्रिड टेक्नोलॉजी को एक व्यवहारिक अंतरिम समाधान के रूप में गंभीरता से अपनाने पर विचार कर रही है। इस तकनीक में 1.2 लीटर का पेट्रोल इंजन सीधे वाहन के पहियों को नहीं चलाएगा, बल्कि यह एक जनरेटर के रूप में काम करेगा, जो बैटरी को चार्ज करेगा और फिर वही बैटरी इलेक्ट्रिक मोटर्स को ऊर्जा प्रदान करेगी जो वाहन को चलाएंगी।
Also Read: नई Hyundai Small Electric SUV आ रही है, जिसमें टेस्ला जैसा इंफोटेनमेंट सिस्टम मिलेगा
यह अप्रोच रेंज-एक्सटेंडर हाइब्रिड आर्किटेक्चर से मेल खाती है। BE 6 और XEV 9e दोनों एसयूवी में तकनीकी व स्ट्रक्चरल बदलाव किए जाएंगे ताकि आंतरिक दहन इंजन को INGLO प्लेटफॉर्म में इस तरह से शामिल किया जा सके, जिससे न तो पैकेजिंग पर असर पड़े और न ही डिज़ाइन की मूल सोच से कोई समझौता हो।
महिंद्रा XUV 3XO के लिए भी एक हाइब्रिड सेटअप पर विचार कर रही है, लेकिन यह कॉन्फ़िगरेशन BE 6 और XEV 9e से अलग होगा और माना जा रहा है कि यह एक सीरीज़-पैरेलल हाइब्रिड सिस्टम होगा। इसमें 1.2 लीटर का टर्बो पेट्रोल इंजन और एक इलेक्ट्रिक मोटर एक साथ काम करेंगे। इस तकनीक के तहत दोनों पावर स्रोत — पेट्रोल इंजन और इलेक्ट्रिक मोटर — वाहन को अलग-अलग या साथ में संचालित कर सकते हैं, जिससे बेहतर फ्यूल एफिशिएंसी हासिल की जा सकेगी।